For the best experience, open
https://m.doonprimenews.com
on your mobile browser.
Advertisement

Haridwar :देशभर में धर्मजागरण अभियान चलाएंगे संत, विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदशक मंडल की बैठक में लिया गया फैसला,समलैंगिक विवाह को भी बताया संस्कृती के खिलाफ

12:44 PM May 26, 2023 IST | doonprimenews
haridwar  देशभर में धर्मजागरण अभियान चलाएंगे संत  विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदशक मंडल की बैठक में लिया गया फैसला समलैंगिक विवाह को भी बताया संस्कृती के खिलाफ
Advertisement

विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदशक मंडल की बैठक में समलैंगिक विवाह और धर्मांतरण का मुद्दा चर्चा के केंद्र में रहा। संतों और पदाधिकारियों ने साफ कहा कि समलैंगिक विवाह किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। कहा कि अगर कानून को मान्यता मिलती है, तो संसद को निर्णय को पलटने के लिए तैयार रहना चाहिए।

जी हाँ , देशभर से आए संतों ने धर्मांतरण और घर वापसी को लेकर दिवाली के 15 दिन पहले धर्मजागरण अभियान चलाने पर एक स्वर में सहमति दी। बृहस्पतिवार को कनखल स्थित निष्काम सेवा आश्रम में विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदशक मंडल की बैठक के पहले दिन समलैंगिक विवाह, धर्मांतरण, जनसांख्यिकी बदलाव, लैंड व लव जिहाद पर चर्चा की।

Advertisement

आपको बता दें की बैठक में संतों ने देशभर में बढ़ते धर्मांतरण मामलों को चिंताजनक बताया। संतों ने कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकारों को प्रभावी कानून बनाने चाहिए। निर्णय लिया गया कि दिवाली से 15 दिन पहले देशभर में धर्मांतरण और घर वापसी को लेकर अभियान चलाया जाएगा। अभियान में सभी प्रमुख संत प्रतिभाग करेंगे।

Advertisement

वहीं संतों ने समलैंगिक विवाह को लेकर कहा कि यह विवाह संस्था के खिलाफ है। कहा कि सनातन संस्कृति में इस तरह की विकृत मानसिकता से उपजी व्यवस्था के लिए कोई स्थान नहीं है। संतों ने कहा कि सनातन संस्कृति को ध्यान में रखते हुए न्यायालय को सैमलैंगिक कानून से जुड़े विषय पर निर्णय देना चाहिए।

Advertisement

यह भी पढ़े –*आज नई दिल्ली जाएंगे सीएम धामी, पीएम की अध्यक्षता में होनी वाली नीति आयोग की बैठक में होंगे शामिल,साझा करेंगे सशक्त उत्तराखंड @25के विकास का रोड मैप*

Advertisement

संतों ने वेब सीरीज और सोशल मीडिया पर परोसी जा रही अश्लीलता पर रोष जताया। हिंदू धर्म को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रांतियों का तार्किक ढंग से विरोध करने पर जोर दिया। बैठक में 350 संतों और 70 साध्वी धर्माचार्याें ने प्रतिभाग किया।

Advertisement
उत्तराखंड, देश और दुनियां की तमाम बड़ी खबरों के लिए हमारे facebook page से जुड़ने के लिए यहां click करे और हमारे whatsapp group से जुड़ने के लिए यहां click kare
Advertisement
×